नोएडा की आम्रपाली सिलिकॉन सिटी में बनेंगे 668 नए फ्लैट, 27 मंजिल के 7 टावर बनाने का रोडमैप तैयार
नोएडा सेक्टर-76 स्थित आम्रपाली सिलिकॉन सिटी (Amrapali Silicon City) सोसाइटी में खाली पड़ी जगह में 668 नए फ्लैट बनाए जाएंगे। ये फ्लैट सात टावरों में बनाए जाएंगे। सभी फ्लैट तीन और चार बीएचके के होंगे। फ्लैट बनाने के लिए एनबीसीसी ने नक्शा मंजूरी के लिए नोएडा प्राधिकरण में आवेदन किया है। अब प्राधिकरण ने कागजातों की जांच शुरू कर दी है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड -एनबीसीसी- आम्रपाली की अधूरी परियोजनाओं को पूरा कराने का काम कर रहा है। नोएडा में स्थित आम्रपाली सिलिकॉन सिटी सोसाइटी में जगह खाली पड़ी है। पहले आम्रपाली बिल्डर ने इस जमीन पर फ्लैट बनाने का नक्शा पास करा लिया था, लेकिन बाद में बिल्डर विवादों में फंस गया और यह परियोजना अधूरी रह गई। नक्शा पास कराने के बाद तय समय में काम शुरू करना होता है, जो नहीं किया।
अब एनबीसीसी इस परियोजना को पूरा कराएगी। एनबीसीसी ने नए सिरे से फ्लैट बनाने की योजना तैयार की है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि नक्शे के मुताबिक, खाली पड़ी 36 हजार वर्गमीटर जमीन में 7 टावर बनाए जाएंगे। यह टावर 27-27 मंजिल के होंगे। इनमें 668 फ्लैट बन सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि एनबीसीसी की तरफ से आवेदन आया है। आवेदन आने के साथ ही उपलब्ध कराए गए कागजातों की जांच शुरू कर दी गई है। इसके बाद प्राधिकरण की टीम मौके पर जाकर जांच करेगी। इसके बाद ही मंजूरी दी जाएगी। मंजूरी देने के बाद एनबीसीसी मौके पर काम शुरू कर सकती है।
10 हजार से अधिक फ्लैट बनाए जाएंगे
आम्रपाली की नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थित परियोजनाओं में खाली पड़ी जमीन और पर्चेबल एफएआर के साथ करीब 10 हजार फ्लैट बनाने की तैयारी एनबीसीसी कर रहा है। नोएडा की सिलिकॉन सिटी के अलावा ग्रेनो एरिया में ड्रीम वैली, गोल्फ होम्स, सेंचुरियन पार्क, लेजर पार्क, लेजर वैली आदि परियोजनाएं हैं जिनमें फ्लैट बनाए जा सकते हैं।
प्राधिकरण बिना बकाया लिए कर रहा प्रक्रिया
नियमों के तहत प्राधिकरण नक्शा पास करने, ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट जारी करने, फ्लैटों की रजिस्ट्री की अनुमति देने आदि प्रक्रिया बिल्डर से बकाया लेने के बाद ही करता है, लेकिन आम्रपाली के मामले में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्राधिकरण बिना बकाया लिए नक्शा पास करने समेत अन्य प्रक्रिया कर रहा है। प्राधिकरण का आम्रपाली पर 4500 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है।