दून में आंशिक बादल मंडराने से पारा गिरने के आसार, पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश

अक्टूबर समाप्त होने वाला है और मानसून की विदाई के बाद से ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा का क्रम थमा हुआ है। हालांकि, पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं वर्षा और चोटियों पर हिमपात भी हुआ, लेकिन बीते कुछ दिनों से मौसम शुष्क है। दून में भी चटख धूप खिल रही है। जिससे तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। सुबह-शाम ठंडक बढ़ने लगी है।
शहर, अधिकतम, न्यूनतम
- देहरादून, 31.0, 19.1
- ऊधमसिंह नगर, 30.7, 20.8
- मुक्तेश्वर, 20.5, 10.5
- नई टिहरी, 22.2, 12.2
पारे में आ सकती है मामूली गिरावट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में आज उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चमोली में कहीं-कहीं हल्की वर्षा के आसार हैं। अन्य जिलों में मौसम शुष्क बना रह सकता है। दून में आंशिक बादल मंडराने के आसार हैं और पारे में मामूली गिरावट आ सकती है।
खाद्य पदार्थों के 63 सैंपल जांचे, दो मिले अधोमानक
त्योहारी सीजन में आम जनमानस को सुरक्षित एवं गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रविवार को शहर के प्रमुख स्वीट शाप पर मिठाई व अन्य खाद्य पदार्थं की जांच की गई। मोबाइल खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला की मदद से 63 नमूनों की मौके पर ही त्वरित जांच की गई। जिनमें मिठाई के दो नमूनों की रिपोर्ट अधोमानक आई है। जांच में कोई भी नमूना असुरक्षित नहीं मिला है। दरअसल, दीपावली के समय मिठाई व अन्य खाद्य पदार्थों की मांग काफी बढ़ जाती है। इसी के साथ मिलावट की भी आशंका भी बढ़ने लगती है।
मोबाइल खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला मैदान में
इसी को देखते हुए खाद्य.संरक्षा आयुक्त डा. आर राजेश कुमार ने अधिकारियों को वृहद स्तर पर मिठाईयों व अन्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच के निर्देश दिए हैं। जिस पर विभाग ने नियमित सैंपलिंग के साथ ही मोबाइल खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला को भी मैदान में उतारा है। रविवार को कुमार स्वीट्स, गुलाब स्वीट्स, आनंदम स्वीट्स, चंचल स्वीट्स, आहूजा स्वीट्स, बंगाली स्वीट्स, राहुल डेयरी सहित अन्य प्रतिष्ठानों पर खाद्य पदार्थों की जांच की।
मानकों के अनुरूप विक्रय करने के दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान समस्त खाद्य कारोबारियों को प्रतिष्ठानों में साफ-सफाई रखने, खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुरूप खाद्य एवं पैक्ड पदार्थों के निर्माण, भंडारण, वितरण व विक्रय के निर्देश दिए गए। साथ ही सुरक्षित आहार-स्वस्थ आहार व खाद्य सुरक्षा संबंधी प्राविधानों व मानकों के प्रति जागरूक किया गया। उन्हें आवश्यक सुधार के लिए प्रोत्साहित किया गया। यह ताकीद की गई है कि निर्देशों का अनुपालन न होने पर उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।