उत्तर प्रदेशबुलंदशहर

बुलंदशहर में 7 साल के मासूम पर जंगली जानवर का हमला

बुलंदशहर। कुत्ते-बंदर के अलावा जंगली जानवर भी लोगों पर हमला करने लगे हैं। बुधवार शाम क्रिकेट खेलकर दोस्तों संग लौट रहे सात साल के एक मासूम पर गीदड़ ने अचानक पैर पर हमला कर दिया। मासूम के साथ अन्य बच्चों ने शोर एवं ईट-पत्थर फेंककर मासूम को गीदड़ के चंगुल से छुड़ाया। फिलहाल मासूम का जख्म गहरा होने पर दिल्ली में उपचार चल रहा है।

गांव खनौदा निवासी राजू का सात वर्षीय पुत्र प्रदुमन बुधवार शाम को रजवाहे के पास गांव के अन्य बच्चों संग क्रिकेट खेलने गया था। पिता राजू ने बताया कि क्रिकेट खेलकर शाम करीब पांच बजे वह अन्य बच्चों संग वापस लौट रहा था। रजवाहे के पास अचानक एक गीदड़ ने बेटे पर हमला बोलकर पैर मुंह से जकड़ लिया। बेटे के शोर मचाने पर साथ आ रहे अन्य बच्चों एवं राहगीरों ने किसी तरह गीदड़ को भगाकर उसे छुड़ाया। बच्चे का जख्म गहरा होने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखावटी ले गया। जहां पर चिकित्सकों ने एआरवी का पहला टीका लगाने के साथ टीटी का टीका लगाया। इसके बाद एंटी रैबीज सीरम के लिए दिल्ली रेफर कर दिया है। बृहस्पतिवार को दिल्ली लेकर गया हूं। जहां एआरएस लगाने के बाद घर भेज दिया। बेटा गीदड़ के हमले के बाद से डरा हुआ है।

जिला अस्पताल में प्रतिदिन 40 से 45 का लग रहा एआरवी का टीका

जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन कुत्ता-बंदर व अन्य जंगली जानवर काटे के मरीज आ रहे हैं। इनमें पांच से छह के जख्म गहरे होते है, जबकि शेष के दांत एवं नाखूनों के निशान होते हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंकज उपाध्याय एवं फार्मासिस्ट अरुण यादव ने बताया कि अधिकांश मामले घरेलू जानवरों के हमले के होते हैं। जबकि इन दिनों कुत्तों का स्वभाव बदल जाने से उनके हमले बढ़े हैं। ऐसे में कुत्तों से सभी सावधान रहे और बच्चों को उनके पास न जाने दें। बृहस्पतिवार को 104 लोगों को एआरवी लगाई गई। इसमें 38 लोगों को एआरवी का पहली डोज लगाई गई। शेष को दूसरी, तीसरी व अंतिम डोज लगाई गई।

जिले के सभी सरकारी चिकित्सालयों में एआरवी लगाई जा रही है। जंगली जानवरों के हमले इन दिनों बढ़े हैं। खासकर पालतू जानवरों के हमले में जख्मी लोग अधिक एआरवी लगवाने पहुंच रहे हैं। – डॉ. विनय कुमार सिंह, सीएमओ

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