कन्नौज में बड़ा हादसा! रेलवे स्टेशन पर लेंटर गिरने से 20 से अधिक मजदूर घायल
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रेलवे स्टेशन पर शनिवार को अमृत भारत योजना के तहत निर्माणाधीन दो मंजिला एक इमारत का लिंटर ढहने से मलबे में 20 से अधिक मजदूर दब गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. कन्नौज हादसे का संज्ञान लेते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है और घटना में मामूली रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये और गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख रुपये देने की घोषणा की है. पुलिस के मुताबिक मलबे में कई मजदूरों के दबे होने की आशंका है. इस घटना के बाद तत्काल बचाव अभियान शुरू किया गया और छह घायल मजदूरों को मलबे से बाहर निकाल कर उन्हें अस्पताल भेजा गया है. इस घटना में अब तक कुल 23 लोग घायल हुए हैं.
कैसे घटी घटना?
मिली जानकारी के अनुसार, कन्नौज रेलवे स्टेशन पर दो मंजिला इमारत का निर्माण कार्य चल रहा था. इसी दौरान लेंटर गिरने से तेज आवाज हुई और मजदूर मलबे के नीचे दब गए. हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और राहत-बचाव टीम मौके पर पहुंच गई.
प्रशासनिक अधिकारियों ने क्या कहा?
इस हादसे पर प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि मलबे में अभी और मजदूरों के दबे होने की आशंका है. बचाव कार्य तेजी से जारी है और क्रेन व अन्य उपकरणों की मदद से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है.
बता दें कि घटना के बाद स्थानीय लोग प्रशासन और ठेकेदार पर सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई, जिसके चलते यह हादसा हुआ.
पूर्वोत्तर रेलवे CPRO पंकज कुमार सिंह ने कहा, “हमें दोपहर 2:39 बजे घटना की सूचना मिली कि 5 मजदूर घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है. गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपए और जिन्हें मामूली चोटें आई हैं उन्हें 5 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है. रेलवे और राज्य सरकार की टीम घटनास्थल पर मौजूद है. राहत और बचाव का कार्य जारी है.”
लगातार जारी है राहत कार्य
कानपुर कमिश्नर के विजेंद्र पांडियन और आईजी रेंज कानपुर जोगिंदर कुमार भी मौके पर मौजूद हैं. उन्होंने बताया कि ‘ड्रोन कैमरे के जरिए राहत कार्य पर रखी जा रही नजर है. मलबे एक हिस्सा साफ हो चुका है. अब तक 25 मजदूरों को बाहर निकाला गया है. मलबे से बाहर निकाले गए मजदूरों में से 16 मामूली रूप से घायल हैं जिन्हें स्थानीय अस्पताल भेजा गया. वहीं 9 मजदूर गंभीर रूप से घायल जिनको तिर्वा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए स्निफ़र डॉग भी बुलाए गए हैं. ‘