संभल हिंसा में शामिल एक और पत्थरबाज गिरफ्तार, अब तक 73 उपद्रवी भेजे गए जेल, 67 की तलाश जारी

संभल। 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे विरोध में हुई हिंसा में पुलिस कर्मियों पर फायरिंग और गाड़ियों में आग लगाने के आरोप में जेल भेजे गए आरोपित सुहैल हिंसा वाले दिन ही शहर से गायब हो गया था। फिर उसने पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग रिश्तेदारियों में 64 दिन बिताए, सोचा कि अब सबकुछ शांत हो गया। लेकिन, जैसे ही वह शहर में आया तो पुलिस ने दबोच लिया। अब तक 73 आरोपी इस मामले में जेल भेजे जा चुके हैं।
रिश्तेदारियों में छिपा हुआ था
नखासा थाने के प्रभारी निरीक्षक गजेंद्र सिंह ने बताया कि मुहल्ला दीपा सराय में खग्गू सराय स्थित अंजूमन मदरसे के पास का निवासी सुहैल पुत्र छोटे उर्फ मसूद हुसैन को हसनुपर मार्ग से गिरफ्तार किया है। वह अपनी रिश्तेदारियों में छिपा हुआ था।
पुलिस के मुताबिक सुहैल ट्रकों की मरम्मत करने का कार्य करता है। 24 नवंबर को जब हुई तो वह कुछ लोगों के साथ नखासा चौराहे पर पहुंचा और जामा मस्जिद की हिफाजत में पुलिस कर्मियों पर एकदम पत्थरबाजी करते हुए फायरिंग करनी शुरू कर दी।
पूछताछ में उगले राज
सुहैल ने पूछताछ में बताया कि जामा मस्जिद सर्वे के दौरान जामा मस्जिद पर भीड़ इकट्ठा हो गई थी और वहां आगजनी व बलवे की घटना हुई थी। इस बात की खबर चलने पर वह भी अंजुमन चौराहे पर आया तो शहबाज उर्फ टिल्लन पुत्र इकराम निवासी दीपासराय, सुबहान उर्फ मुन्ना पुत्र अब्दुल, जब्बार निवासी सम्मन शहीद हिन्दुपुरा खेडा व बहुत से लोग इकट्ठा थे।
सुबहान व टिल्लन ने सब लोगों से कहा कि हमारे धर्म का मामला है। हम सबको इकट्ठा होकर मुकाबला करना है और वहां से हम सब लोग इकट्ठा होकर हिंदुपुरा खेड़ा व नखासा तिराहा पर पहुंचे थे और हम लोगों ने पुलिसवालों पर जान से मारने की नीयत से फायर व पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी थी।
पुलिस वालों की गाड़ियों में आग लगाकर जला दी थी। भीड़ में से कुछ लोगों ने पुलिस वालों की मैगजीन व कारतूस भी छीन लिए थे। ऐसा करने वालों के नाम व पते भी पुलिस जुटाने में लग गई है। कुछ लोगों के इनपुट सुहैल से भी मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि टिल्लन, सुबहान व जब्बार पहले ही जेल जा चुके हैं।