
खंडहर में मिले थे दो शव
आरोपित कुछ साइको भी लग रहा है। वह कुछ भी नशा करता है। हत्या से संबंधित सबूत भी जुटा लिए गए हैं। एक मृतक का केवल नाम पता लग सका है। वह कहां का रहने वाला है, इस बारे में कुछ पता नहीं लगा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह है मामला
मूल रूप से रोहिला गांव, जिला फरूखाबाद, उत्तर प्रदेश और यहां मेजर कॉलोनी, मेवला महाराजपुर गांव में रहने वाला अवनीश नौ अक्टूबर को गायब हुआ था। वह एक कंपनी में काम करता था। 12 अक्टूबर को उसके भाई प्रमोद ने मुकदमा थाना सूरजकुंड में दर्ज कराया। उस समय अवनीश का मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहा था। कुछ दिन बाद अचानक अवनीश का मोबाइल आन हो गया।
अवनीश की तलाश में खुला पर्दा
पुलिस आरोपित सोनू को खंडहर पड़े एसआरएस टावर में ले गई। यहां बेसमेंट में अवनीश के अलावा एक और शव मिला। दूसरे शव की पहचान राजबीर के रूप में हुई। आरोपित सोनू ने बताया कि राजबीर कचरा बीनने का काम करता और नशा करता था। वह उसे करीब महीनाभर पहले मेवला महाराजपुर फाटक के पास सब्जी मंडी के पास मिला था।
वह उसे गांजा और शराब पिलाने के बहाने अपने साथ खंडहर में लेकर गया था। यहां नशा किया और राजबीर की जेब से पैसे निकालने लगा। विरोध करने पर उसके सिर में पत्थर मारकर चोट मारकर हत्या कर दी थी। उसने इसके शव को आग लगा दी थी। इसलिए मौके पर उसका कंकाल बन गया था। पुलिस ने मौके से पत्थर, जला हुआ कपड़ा साक्ष्य के रूप में कब्जे में लिए। मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया।
आरोपित से करेंगे पूछताछ
सेक्टर-31 थाना प्रभारी संग्राम सिंह ने बताया कि एक मुकदमा सूरजकुंड और राजबीर की हत्या का मुकदमा सेक्टर-31 थाने में दर्ज है। अभी आरोपित तीन दिन के रिमांड पर सूरजकुंड थाना पुलिस के पास है। वहां रिमांड पूरा होने पर वह आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेंगे।
आशंका है कि उसने ऐसी ही और घटना को अनजाम न दिया हो। आरोपित का मकसद नशा करना और इसकी आड़ में लूटपाट और विरोध करने पर हत्या करना था। अभी यह भी पता नहीं चल सका है कि राजबीर कहां का रहने वाला था। सोनू को तो वह सब्जी मंडी के पास मिलता था। राजबीर का पता किया जाएगा।