गुरुग्राम। पूरी दुनिया देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा. एपीजे अब्दुल कलाम को मिसाइलमैन के रूप में भी जानती है। उन्हें यह ख्याति दिलाने में प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा ने विशेष भूमिका निभाई थी।
रतन टाटा के सहयोग से मिसाइल बनाने के ऊपर तेजी से काम शुरू हुआ और कुछ ही साल के भीतर देश मिसाइलों से लैस राष्ट्रों की श्रेणी में शामिल हो गया। डा. कलाम अपने भाषणों के दौरान अक्सर रतन टाटा के योगदान की चर्चा किया करते थे।