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गूगल और PhonePe के बाद की बिहार सरकार की वेबसाइट हैक, 20 साल के मयंक ने एथिकल हैकिंग से चौंकाया

भागलपुर:- भागलपुर के लाल ने एक बार फिर कमाल कर दिया और बिहार सरकार को बड़ा नुकसान होने से बचा लिया. बिहार सरकार के वेबसाइट की सिक्युरिटी सिस्टम को ही इस युवक ने हिला डाला. हम बात कर रहे हैं भागलपुर के बूढ़ानाथ के रहने वाले मयंक कुमार की, जिसने बिहार सरकार के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के भूमि संरक्षण विभाग के साइट को ही हैक कर लिया. जिसके बाद पूरा एडमिन पॉवर मयंक के हाथ मे आ गया. मयंक अब इसको जैसे चाहे वैसे ऑपरेट कर सकता है. लेकिन मयंक ने इसकी जानकारी बिहार सरकार को दी, जिसके बाद बिहार सरकार ने मयंक को अपने टीम में शामिल कर सेक्युरिटी संभालने का जिम्मा दिया है.

कैसे किया वेबसाइट को हैक

जब इसको लेकर लोकल 18 की टीम मयंक के घर पहुंची, तो उनसे बात की गई. उन्होंने बताया कि मैं इथिकल हैकर हूं. हैकर दो तरह के होते हैं, एक गुड हैकर और एक बेड हैकर. गुड हैकर का काम होता है जिस साइट में जो कमियां मिली, उसे तुरंत उस कंपनी को मेल करके सुधार करवाना. बेड हैकर साइट को हैक कर कुछ भी गलत प्रयोग कर देता है. इसी क्रम में मैं बिहार सरकार के वेबसाइट को चेक कर रहा था, तो भूमि संरक्षण विभाग के वेबसाइट की सिक्युरिटी काफी कम थी. मैंने देखा इसको कोई भी आसानी से हैक कर सकता है. तभी मैंने इसे हैक कर लिया और इसका पूरा एडमिन पावर ही ले लिया. बिहार सरकार को इसकी जानकारी भी दे दी.

इससे पहले कई साइट को कर चुका है हैक

मयंक की उम्र महज 20 वर्ष है, लेकिन बड़ी-बड़ी साइट को मयंक हैक कर चुका है. मयंक ने बताया कि सबसे पहले फोन पे के साइट को हैक किया था, जिसके कारण उन्होंने अपने फेम में मुझे शामिल कर लिया. उसके बाद मैंने गूगल को हैक कर लिया, उन्होंने मुझे कई सारी चीजें दी. फिर बिहार सरकार के ई-शिक्षा कोष एप को हैक किया. अब बिहार सरकार के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के भूमि संरक्षण विभाग के साइट को हैक कर लिया है.

क्या है बिहार सरकार से मांग

उन्होंने बताया कि मैं बिहार सरकार की मदद ही कर रहा हूं, लेकिन इसके बदले मुझे अगर सरकार मुझे प्रशंसा पत्र दे, तो मेरे लिए उससे बढ़कर कुछ नहीं है. मुझे भी आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. बिहार सरकार के सिक्युरिटी का भी काम हो जा रहा है. मुझे उनसे बस प्रशंसा पत्र चाहिए.

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