नाराज महिला ने पति को विवाद बढ़ने पर पेड़ से बांधा, बेटे के साथ मिलकर की पिटाई
सिद्धार्थनगर। संपत्ति विवाद को लेकर चिल्हिया थाना क्षेत्र की एक महिला ने अपने पति को पेड़ से बांधकर पीटा है। बाद में घटना की जानकारी पुलिस को हुई तो उसने व्यक्ति को छुड़ाया और महिला का शांति भंग की आशंका में चालान भी किया है।
चिल्हिया थाना क्षेत्र ग्राम टेकनार निवासी गौरीशंकर की शादी 20 वर्ष पहले करौना गांव में हुई थी। बाद में उन्होंने भावपुर की एक युवती से शादी कर ली और पहली पत्नी को छोड़ दिया। पहली पत्नी से गौरीशंकर को एक बेटा भी है। उनकी पहली पत्नी बेटे के साथ अपने मायके करौना में रहने लगी।
दूसरी शादी के बाद से आये दिन संपत्ति बंटवारे को लेकर गौरीशंकर व उनकी पहली पत्नी का विवाद होने लगा। इस बात को लेकर शुक्रवार को भी दोनों पक्षों में कहा सुनी हुई। इसके बाद पहली पत्नी ने गौरीशंकर को टेकनार में एक पेड़ से बांध दिया और उनकी जमकर पिटाई भी की।
किसी ने इसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। हालांकि दैनिक जागरण प्रसारित वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। घटना कुछ देर बाद पुलिस के संज्ञान में आयी तो वह मौके पर पहुंची और गौरीशंकर को मुक्त कराया।
चिल्हिया थाना प्रभारी दुर्गा प्रसाद का कहना है कि गौरीशंकर ने दो शादियां की है। उनके पिता अपनी अधिकांश संपत्ति बेच दी। जो संपत्ति बची हुई थी, उसे उनकी मां ने गौरीशंकर की दूसरी पत्नी के बच्चों के नाम वरासत कर दिया। अब संपत्ति को लेकर आये दिन गौरीशंकर का पहली पत्नी से विवाद होता है।
प्रधान पति व स्वजन पर पुराने पंचायत भवन को तोड़ने का आरोप
डुमरियागंज क्षेत्र में ग्राम प्रधानों के कारनामे आए दिन उजागर होते रहते हैं। कहीं बिना काम के भुगतान, तो कहीं कागजों में चल रहे मनरेगा के कार्यों की चर्चा बनी रहती है। ताजा मामला भनवापुर ब्लाक क्षेत्र के लोहरौली गांव है। जहां ग्राम प्रधान व उनके परिवार के सदस्यों पर गांव में बने पुराने पंचायत भवन को बिना किसी अनुमति, नीलामी व ध्वस्तीकरण के ही तोड़ने का आरोप लगाते हुए एसडीएम डुमरियागंज को शिकायती पत्र देकर जांच व कार्रवाई की मांग की है।
गांव निवासी विजय प्रकाश ने एसडीएम को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि गांव में बना पुराना पंचायत भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है। इसके बाद गांव में नया पंचायत भवन बन कर तैयार हो गया है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि चंद्रमूर्ती, महेंद्र, मोहन, विकास, शत्रुघन, प्रमोद व सरोज ने पुराने पंचायत भवन को तोड़ उसका ईंट, लकड़ी आदि मलवा खुद ले लिया।
प्रधान प्रतिनिधि व उनके परिवार के सदस्यों के द्वारा खुद की जमीन पर पंचायत भवन बना होने की बात कहकर जमीन पर भी अपना निजी भवन निर्माण करने की फिराक में हैं। एसडीएम डुमरियागंज डा. संजीव दीक्षित ने बताया कि तहसीलदार को जांच के लिए निर्देशित किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।