अरबपति मार्क जुकरबर्ग की कंपनी पर भारत में ₹213Cr का जुर्माना… यूजर की प्राइवेसी से जुड़ा है मामला
फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया कंपनियों की पेरेंट कंपनी मेटा पर भारत सरकार ने 213 करोड़ का भारी भरकम जुर्माना ठोका है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के मेटा पर 213.14 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. मेटा पर ये एक्शन प्राइवेसी पॉलिसी मामले में लिया गया है. जुर्माना साल 2021 में व्हॉट्सएप की ओर से प्राइवेंसी पॉलिसी बदलने के बाद अनुचित तौर पर व्यावसायिक तरीकों को अपनाने के आरोप में लगाया गया है.
भारी भरकम जुर्माने पर कंपनी ने दिया जवाब
सीसीआई के आदेश के अनुसार, मेटा और व्हाट्सएप को प्रतिस्पर्धा रोधी मुद्दों के समाधान के लिए एक निश्चित समय-सीमा के भीतर कुछ व्यावहारिक उपायों को लागू करने के लिए भी कहा गया है. कंपनी सीसीआई के निर्णय से असहमत है और उसके खिलाफ अपील करने की योजना बना रही है. कंपनी का कहना है कि 2021 के ‘अपडेट’ ने लोगों के व्यक्तिगत संदेशों की गोपनीयता में कोई बदलाव नहीं किया और इसे उस समय उपयोगकर्ताओं के लिए एक विकल्प के तौर पर पेश किया गया था. हमने यह भी सुनिश्चित किया कि इस ‘अपडेट’ से कोई भी खाता न हटे या डिलीट न हो और न ही व्हाट्सएप सेवा बाधित हो. भारत की ओर से लगाए गए इस जुर्माने पर उन्होंने अपील की बात कही है.
एक तरफ मेटा पर जुर्माना लगा तो वहीं दूसरी तरफ कंपनी के फाउंडर मालिक मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति घट गई. मेटा के शेयरों में गिरावट के चलते जुकरबर्ग की संपत्ति में बड़ी गिरावट आई. अरबपतियों की लिस्ट में वो एक पायदान तक नीचे खिसक गए हैं. मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्द ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स में एक पायदान नीचे खिसककर चौथे नंबर पर पहुंच गए हैं. जुकरबर्ग की दौलत 7.97 अरब डॉलर तक घट गई और 196 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ वो अरबपतियों की लिस्ट में गिरकर चौथे नंबर पर पहुंच गए हैं.