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10 जिलों में 112 डायलिसिस मशीनें, फ्री होने से मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत, महंगे रेटों से मिलेगा छुटकारा

रोहतक। प्रदेश में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को फ्री डायलिसिस देने की घोषणा की है। प्रदेश के एकमात्र पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में कुल 12 डायलिसिस मशीनें हैं और प्रदेश के 10 जिलों में 112 डायलिसिस मशीनें हैं।

फिलहाल मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद नोटिफिकेशन जारी होना बाकी है। इसके बाद दो हजार से ज्यादा रजिस्टर्ड मरीजों को डायलिसिस की मुफ्त सुविधा मिलने वाली है। यह सुविधा इसी माह शुरू होने की उम्मीद है। पीजीआइ में 10 जिलों के आंकड़ों के अनुसार 700 से ज्यादा मरीज हर माह डायलिसिस करवाते हैं।

24 घंटे डायलिसिस सुविधा जारी

जिसमें फिलहाल डायलिसिस करवाने के लिए जिनको काला पीलिया व एचआइवी नहीं है उनके लिए 913 रुपये व जिनको इनमें से एक बीमारी है उनके लिए 1023 रुपये लिए जा रहे है और जिनके पास बीपीएल कार्ड या आयुष्मान कार्ड है। उनका फ्री होता है।

सभी जिलों में अब 24 घंटे पीपीपी योजना के तहत डायलिसिस सुविधा जारी है। पीजीआइ सेंटर में फिलहाल 12 मशीनें लगी हैं, इनमें से आठ सामान्य गुर्दा रोगी, तीन हेपेटाइटिस-सी व हेपेटाइटिस-बी से संबंधित रोगियों के लिए हैं और एक मशीन एचआइवी संक्रमित के लिए लगी है।

पीजीआइएमएस के नेफ्रोलाजी विभाग में अब दो नई डायलिसिस मशीनों को अगले सप्ताह तक चालू होने की उम्मीद है। इसके बाद मशीनों की संख्या 14 हो जाएगी।

डायलिसिस सुविधा

  • नागरिक अस्पतालों में 700 से ज्यादा मरीज हर माह करवाते हैं डायलिसिस, पीजीआइएमएस में 12 मशीनें।
  • पीजीआइ में से हर माह 125 के ज्यादा मरीजों की 1200 के करीब होती है डायलिसिस।
  • डायलिसिस फ्री होने का नोटिफिकेशन जारी होना बाकी।

बाहर के महंगे रेटों से मिलेगा छुटकारा

मुफ्त सुविधा शुरू होने पर रोगियों को अब डायलिसिस करवाने के लिए इंतजार नहीं कर करना पड़ेगा। अब रोगियों को बाहर महंगे रेटों पर करवाने के बजाय पीजीआइएमएस व प्रदेश के नागरिक अस्पतालों में डायलिसिस करवा सकते हैं। इस योजना के तहत काफी संख्या में रोगियों को लाभ पहुंचा है।

इन रोगियों को पहले मिल रही थी ऐसे फ्री डायलिसिस

बीपीएल, एससी, एसटी वर्ग, हरियाणा सरकार के कर्मियों, दिव्यांगों की सेंटर पर पैनल के तहत पहले ही निशुल्क डायलिसिस मिल रही है। वहीं पीपीपी मोड सेंटर पर एक रोगी की डायलिसिस 913 रुपये में होगी, जबकि निजी अस्पताल में यह सुविधा तीन से चार हजार रुपये में मिलती है।

पीजीआइ में हर माह में 1,200 सेशन हो रहे

पीजीआइएमएस में एक माह में करीब 1200 सेशन हो रहे हैं। रेगुलर करीब 124 मरीज हैं और रोजाना 40 से 50 मरीजों की डायलिसिस की जा रही है। पहले रोगियों को निजी अस्पतालों में महंगे रेट पर डायलिसिस करवानी पड़ती थी, अब मशीनों की संख्या बढ़ चुकी है जिस वजह से अब मुफ्त सुविधा भी शुरू होगी।

जर्मन तकनीक की हैं सभी मशीनें

प्रदेश में मेडिकल कालेजों व नागरिक अस्पतालों में जर्मन तकनीक की मशीनें हैं। इन मशीनों में डायलिसिस करने में करीब तीन से चार घंटे लगते हैं और दूसरे निजी अस्पतालों में यह मशीन उपलब्ध नहीं है। अगर उपलब्ध हैं भी तो मरीजों से ज्यादा पैसे ले लेते हैं। अब प्रदेश में निश्शुल्क सुविधा पर यह आधुनिक तकनीक की मशीनें उपलब्ध होंगी।

इन जिलों में इतनी डायलिसिस मशीनें व इतने मरीज आ रहे

जिले का नाम मशीनों की संख्या मरीजों की संख्या

  1. रोहतक नागरिक अस्पताल   8         50 के करीब
  2. हिसार नागरिक अस्पताल  8           40 से ज्यादा
  3. बाहदुरगढ़-झज्जर नगारिक अस्पताल  16            110 के करीब
  4. चरखी-दादरी नागरिक अस्पताल  8 10-             15 के बीच
  5. जींद नागरिक अस्पताल   12               80 के करीब
  6. सोनीपत नागरिक अस्पताल   12              100 के करीब
  7. भिवानी नागरिक अस्पताल  12             65 के मरीज
  8. करनाल कल्पना चावला अस्पताल  10                80 के करीब
  9. सिरसा नागरिक अस्पताल  8                60 के करीब
  10. कैथल नागरिक अस्पताल  10            50-55 के बीच

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