उत्तर प्रदेश

देवरिया: सपने में मिला आदेश, यूट्यूब पर सीखा मंत्र और अपने बेटे को ठीक करने के लिए भांजी की चढ़ा दी बलि

उत्तर प्रदेश के देवरिया में 26 नवंबर को हुई 12 साल की बच्ची की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. एसपी संकल्प शर्मा के मुताबिक तंत्र-मंत्र के लिए बच्ची की बलि दी गई थी. घटना को अंजाम मृतक बच्ची के पिता के मामा-मामी ने दिया था.

मामले में पुलिस ने शेषनाथ यादव और उसकी पत्नी सविता को गिरफ्तार कर लिया है और इसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चाकू व खून से सना कपड़ा भी बरामद कर लिया है. आरोपी दंपति ने पूछताछ में बताया कि उसका बेटा 22 वर्षीय संजय मानसिक रूप से बीमार है. ऐसे में मुझे स्वप्न में अक्सर देवी दिखाई देती थीं.

देवी सपने में मुझे आदेश देती थीं कि एक बच्ची/इंसान की हत्या कर शव पर पांच जगह के ब्लड निकालकर टोटका करने से बेटा ठीक हो जाएगा. इसी बीच जब दंपति उत्तराखंड से अपने गांव घर की शादी में पहुंचा तो रिश्तेदारी में आई एक बच्ची को निशाना बनाया और हत्या कर शव को घर से 400 मीटर की दूरी पर मक्के के डंठल के पीछे छिपा दिया था.

मामले की जांच के लिए 5 थानेदारों को लगाया गया था

घटना का खुलासा करने के लिए 5 थानेदारों को लगाया गया था. साथ ही डीआईजी गोरखपुर ने 50 हज़ार इनाम की भी घोषणा की थी. आपको बता दें कि भटनी थाना क्षेत्र के ग्राम भरहे चौराहा निवासी अवधेश यादव अपनी बेटी अनुष्का के साथ अपने मामा के घर बेहरा डाबर में 26 नवंबर को शादी में शामिल होने पहुंचा था. उसी दिन लड़की की बारात आई थी. नए मकान से शादी की रस्में हो रही थी जबकि पुराने मकान में घर के लोग रह रहे थे.

जहां शेषनाथ यादव और उसकी पत्नी सविता भी उत्तराखंड से पहुंचे थे. शेषनाथ-सविता का एक बेटा है, जिसका नाम संजय है और उसकी उम्र 22 वर्ष है. संजय मानसिक रूप से बीमार है. उसे ठीक करने के लिए सविता तंत्र-मंत्र की साधना करती थी. सविता के बयान के अनुसार उसे स्वप्न में देवी ने दर्शन देते हुए कहा कि किसी इंसान की बलि दोगी तो तुम्हारा लड़का ठीक हो जाएगा. जब यह शादी समारोह में अपने गांव पहुंचे तो इन्हें अपने भांजे की बेटी अनुष्का पर नज़र पड़ी. अनुष्का थोड़ा कम बोलती थी. 26 नवंबर को सभी शादी में व्यस्त थे, तभी पुराने घर पर यह बच्ची थी और शेषनाथ व उसकी पत्नी सविता ने बच्ची को बहला फुसलाकर अपने पास रोका. इसके बाद रात में चाकू से निर्मम तरीके से हत्या कर दी.

फिर शव को एक साल में लपेटकर घर से 400 मीटर की दूरी पर अरहर के खेत से सटे मक्के के डंठल के पीछे छिपा दिया और कुछ दूरी पर कपड़ा फेक दिया. घरवाले जब बच्ची को तलाशने लगे तो वह नहीं मिली. जिसके बाद घरवालों ने भटनी पुलिस थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया. लेकिन उसी दिन 27 नवंबर को लगभग ग्यारह बजे लाश मिली तो ग्रामीण आक्रोशित हो उठे. गुस्साए ग्रामीण लाश को भी नहीं ले जाने दे रहे थे. हालांकि, मौके पर पहुंचे एसपी ने समझा-बुझाकर शव का पीएम कराया और 28 नवंबर को अंतिम संस्कार कराया. मामले में सपा ने योगी सरकार पर हमला भी बोला था.

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