दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान आज, EC इतने बजे करेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस
नई दिल्ली: भारत का चुनाव आयोग (ईसीआई) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) दिल्ली विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए मंगलवार को दो प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. यह प्रेस कॉन्फ्रेंस प्लेनरी हॉल, विज्ञान भवन में आयोजित की जाएगी. 70 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है और नए सदन के गठन के लिए उससे पहले चुनाव कराना होगा. दिल्ली में परंपरागत रूप से एक ही चरण में विधानसभा चुनाव होते आए हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में ‘आप’ ने 70 में से 62 सीटें और बीजेपी ने आठ सीटें हासिल की थीं.
इससे पहले सोमवार को ईसीआई ने दिल्ली के लिए नई संशोधित मतदाता सूची जारी की. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले दो महीनों में दिल्ली का मतदाता आधार काफी बढ़ा है. अक्टूबर 2024 में कुल मतदाताओं की संख्या 1,53,57,529 थी. हालांकि, एक संक्षिप्त संशोधन के बाद, यह संख्या बढ़कर 1,55,24,858 हो गई है, जिसमें दिसंबर 2024 तक 1,67,329 नए मतदाता शामिल हुए. आयोग ने नए मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करने के लिए झूठे और मनगढ़ंत दस्तावेज जमा करने के प्रति आगाह किया है.
दिल्ली में ‘त्रिकोणीय’ मुकाबला: इस बार मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. दिल्ली में लगातार दो विधानसभा चुनाव में शून्य सीट हासिल करने वाली कांग्रेस ने इस बार कई सीटों पर ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय बन गया है. नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित (जो कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं) को उम्मीदवार बनाया है. वहीं भाजपा ने इस सीट से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री रहे साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को प्रत्याशी बनाया है.
इन नेताओं से चुनाव बना रोचक: इसी तरह मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं. इस सीट पर कांग्रेस ने अलका लांबा को प्रत्याशी बनाकर कड़ी टक्कर देने की कोशिश की है. वहीं बीजेपी ने इस सीट से पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी पर दांव लगाया है, जो बीते दो-तीन दिनों से अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं. आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने दूसरे राजनीतिक दलों को छोड़कर हाल ही में शामिल हुए नेताओं को भी टिकट देकर चुनाव को रोचक बना दिया है. आज चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करने जा रही है, जिसके साथ आचार संहिता भी लागू हो जाएगी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने किया था दावा: जानकारी के लिए बता दें कि आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि नई दिल्ली विधानसभा सीट पर मतदाताओं को जोड़ने और हटाने में “बड़े पैमाने पर” धोखाधड़ी हो रही है. एक्स पर एक पोस्ट में केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आतिशी के दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजे गए पत्र का हवाला दिया था. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सीईसी को पत्र लिखकर सबूत पेश किए हैं और मिलने का समय मांगा है.
पत्र में लिखी ये बात: सीएम आतिशी ने अपने पत्र में कहा, ‘मैं पिछले कुछ दिनों में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में मतदाता जोड़ने और हटाने के आवेदनों में उल्लेखनीय वृद्धि की ओर आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए लिख रही हूं. 29 अक्टूबर, 2024 से 2 जनवरी, 2025 तक कुल 13,276 फॉर्म-6 प्राप्त हुए. वहीं 29 अक्टूबर से 2 जनवरी तक 6,166 फॉर्म-7 प्राप्त हुए. 29 अक्टूबर 2024 को संक्षिप्त संशोधन के बाद प्रकाशित मसौदा मतदाता सूची के अनुसार वोटों की कुल संख्या 1,06,873 है. वहीं हटाए जाने वाले वोटों की संख्या 6,166 है, जो कुल वोटों का 5.77 प्रतिशत है.
भाजपा ने लगाया आरोप: दिल्ली की मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा कि विभिन्न नियमों के अनुसार, यदि मांगी गई विलोपन (डिलीशन) की संख्या कुल वोटों के 2 प्रतिशत से अधिक है, तो चुनाव पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) प्रत्येक विलोपन अनुरोध को व्यक्तिगत रूप से सत्यापित करेगा. वहीं दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं राघव चड्ढा और संजय सिंह पर चुनाव अधिकारी को धमकी देने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
इस तरह देखें वोटर लिस्ट
ऑनलाइन: https://electoralsearch.eci.gov.in
मोबाइल ऐप: नाम खोजने और अन्य चुनावी सेवाओं के लिए ‘वोटर हेल्पलाइन’ है. वहीं दिव्यांगजनों के लिए ‘सक्षम ऐप’ (ईसीआई का मोबाइल ऐप) है.
हेल्पलाइन: 1950 पर कॉल करें