उत्तर प्रदेशमुरादाबाद

बिना पर्चे के दवा देने से इनकार पर कटवा दी मेडिकल स्टोर की बिजली, मुरादाबाद में अधीक्षण अभियंता की दंबगई

मुरादाबाद। बिना पर्चे के दवा देने से इनकार करने पर बिजली अधिकारी ने मेडिकल स्टोर की बिजली कटवा दी। मामला डीएम के संज्ञान में पहुंचा तो आधे घंटे के बाद बिजली जोड़ दी गई। यह बात बिजली विभाग के अधिकारियों में भी चर्चा का विषय बन गई है। हालांकि, प्रभारी मुख्य अभियंता ने बिजली कटवाने की बात से इनकार किया है।
बिजली अधिकारी अधीक्षण अभियंता स्तर के हैं। एक सप्ताह पहले वह एंजायटी और ब्लड प्रेशर की दवा लेने के लिए मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। वहां दो साल पुराना पर्चा दिखाया तो स्टोर कर्मी ने दवा देने से इनकार कर दिया। उन्होंने मोबाइल पर पर्चा भी दिखाने की कोशिश की। तब कर्मचारी ने कहा कि सख्ती हो रही है। एक-एक टेबलेट का हिसाब देना पड़ता है। इसलिए बिना पर्चे के दवा नहीं दी जाएगी।

आधा घंटे बाद पहुंच गए बिजली कर्मचारी

इसके आधा घंटे के बाद बिजली कर्मचारी आए और कनेक्शन काटकर चले गए। मेडिकल स्टोर संचालक कैलाश भंडूला के अनुसार बिजली कटने के बाद उन्होंने शिकायत डीएम कार्यालय में की। इसके बाद कनेक्शन जोड़ दिया गया। हालांकि, प्रभारी मुख्य अभियंता ने कनेक्शन कटवाने की बात से इनकार किया है। कहा कि कनेक्शन क्यों काटा गया है। इसकी जानकारी जुटाई जाएगी।

कारखाने की सील तोड़कर कराया निर्माण, एमडीए ने कराया मुकदमा

बिना नक्शे के निर्माण कराने को लेकर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता ने महिला समेत दो के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। 24 जून को एमडीए की टीम ने नक्शे के बिना निर्माण करने पर सील लगाई थी। इन्होंने सील तोड़कर निर्माण शुरू करा दिया था। कटघर के बरवाला मझरा में वाटिका एंक्लेव के पीछे कारखाने का निर्माण हो रहा था।

नक्शा नहीं दिखा पाए

मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता को सूचना मिली की बिना नक्शे के निर्माण कार्य हो रहा है। 24 जून को अवर अभियंता राजन सिंह टीम और पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और नक्शा आदि पत्र मांगे तो वह नहीं दिखा पाए। टीम ने कारखाने के निर्माण का कार्य रुकवाने के साथ ही सील लगा दी। शनिवार को फिर पता लगा कि गलशहीद के पीरजादा की रहने वाली महिला शबनम और हाफिज अंसार ने सील तोड़कर कारखाने का निर्माण शुरू करा दिया है। इसके बाद टीम वहां पहुंची। मौके पर काम हो रहा था।

कारखाना स्वामी वहां नहीं थे। काम तकरीबन पूरा हो चुका था। टीम के दोबारा सील लगाने के बाद भी आरोपितों ने निर्माण शुरू कर दिया। इसी के बाद एमडीए एक्शन में आई।

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