उत्तर प्रदेशबुलंदशहर

बुलंदशहर में धड़ल्ले से बिक रहा नकली देसी घी

बुलंदशहर। अगर आप बाजार से अगर देशी घी खरीदने जा रहे हैं तो संभल जाए। यहां धड़ल्ले से नकली देसी घी बिक रहा है, जो सेहत पर भारी पड़ सकता है। यह खुलासा दिवाली से पहले खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम की ओर से लिए गए नमूने की प्रयोगशाला में हुई जांच के दौरान हुआ है। इसके अलावा गुलावठी, अनूपशहर और जहांगीरपुर में दूध डेयरी से लिए गए दूध, पनीर के नमूने भी मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। जांच रिपोर्ट मिलने पर अब अधिकारी इनके खिलाफ कोर्ट में वाद दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।

खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से सितंबर, अक्तूबर और नवंबर माह में मिलावटखोरी के खिलाफ अभियान चलाया गया था। इस दौरान दिवाली से पहले जिले में सिंथेटिक दूध, नकली घी, मावे और पनीर के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चलाते हुए 10 हजार लीटर से अधिक दूध को नष्ट कराया था। अब इन नमूनों की प्रयोगशाला से प्राप्त हुई जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सिकंदराबाद की एक किराना दुकान से बरामद 1.70 क्विंटल देशी घी को वनस्पति घी और रिफाइंड से तैयार किया गया था। गुलावठी, जहांगीरपुर और अनूपशहर से लिए गए दूध के नमूने भी असुरक्षित पाए गए हैं। जांच में सामने आया कि दूध को रिफाइंड, ग्लूकोज समेत अन्य सामग्री से तैयार किया गया था।

इसका प्रयोग न केवल लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालता है, बल्कि दूध में फैट न होने के कारण उसे पीने से लोगों को कोई फायदा भी नहीं होता है। साथ ही इसके प्रयोग से लोगों को किडनी, आंत और पेट में इंफेक्शन की समस्या होती है। डेयरी संचालकों द्वारा त्योहार के अवसर पर प्रतिदिन 20 हजार लीटर सिंथेटिक दूध तैयार करते हुए दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा समेत अन्य क्षेत्रों में सप्लाई किया गया था।

कबाड़ी से टीन खरीदकर की जा रही थी पैकिंग

सिकंदराबाद स्थित जिस दुकान पर खाद्य विभाग की टीम ने नकली घी बरामद किया था, उसे कबाड़ी से टीन खरीदकर पैक किया गया था। दुकान संचालक ने नामचीन कंपनी के टीन खरीदे थे और नकली घी को उसमें पैक कर बाजार में बेच रहा था। इस मामले में पुलिस को शिकायत देकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अब खाद्य विभाग के अधिकारी सीजेएम कोर्ट में वाद दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।

बदबूदार सॉस की रिपोर्ट का इंतजार

हापुड़ से औरंगाबाद के रास्ते डिबाई जा रही बदबूदार सॉस की जांच रिपोर्ट अभी तक विभाग को नहीं मिली है। औरंगाबाद और डिबाई में बरामद की गई 700 किलो सॉस को भले ही नष्ट कराया जा चुका है, लेकिन हापुड़ की फैक्टरी में सॉस बनाने वालों के खिलाफ अभी भी कार्रवाई नहीं की गई है। इसके अलावा नगर के मऊखेड़ा क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित बेकरी से लिए गए नमूनों की जांच रिपोर्ट भी अभी तक विभाग को नहीं मिली है।

कोट —

सिकंदराबाद से बरामद घी और जहांगीरपुर, गुलावठी और अनूपशहर से लिया गया दूध मानकों पर खरा नहीं उतरा है। सभी नमूनों की जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। पिछले माह में कुल 50 वाद दायर कराए गए हैं। जल्द ही कार्रवाई भी की जाएगी। — विनीत कुमार, सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन

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