उत्तर प्रदेश

फिरोजाबाद में प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा के मंच पर घमासान, भुगतान के लिए धरने पर बैठा टेंट कारोबारी

फिरोजाबाद। प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा में गुरुवार को अजब स्थिति पैदा हो गई। आयोजकों द्वारा भुगतान न किए जाने से परेशान टेंट कारोबारी मंच पर धरना देने बैठ गए। भुगतान न होने की दशा में उन्होंने मंच पर ही आत्महत्या करने का एलान कर दिया।

थोड़ी देर बाद साउंड सिस्टम ठेकेदार ने सिस्टम बंद कर भुगतान की मांग शुरू कर दी। हंगामे की आशंका पर प्रशासन दौड़ पड़ा। डीएम-एसएसपी ने पहुंचकर जल्द भुगतान का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। भुगतान के लिए पैसा जुटाने की जिम्मेदारी अधिकारियों, उद्यमियों और समाजसेवियों को दी गई है।

श्री कुबेर महादेव सेवा ट्रस्ट द्वारा जरौली कलां के पास पं. प्रदीप मिश्रा की सात दिवसीय शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया गया था, लेकिन व्यवस्थाएं न होती देख प्रशासन ने केवल पांच दिवसीय आयोजन की ही अनुमति दी।

सोमवार को कथा शुरू होने से एक दिन पहले भी अव्यवस्थाएं देख प्रशासन को आगे आना पड़ा था। रविवार आधी रात तक टेंट, बल्ली लगाने का काम चला। शुक्रवार को कथा का समापन होना है। इससे पहले पंडाल लगाने का लाखों रुपये का बकाया होने पर टूंडला के टेंट कारोबारी राहुल जैन गुरुवार सुबह नौ बजे मंच पर पहुंचकर धरने पर बैठ गए।

उन्होंने एलान कर दिया कि यदि भुगतान नहीं हुआ तो वह मंच पर ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर लेंगे। इससे खलबली मच गई। पंडाल में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी हुई थी। एसपी सिटी रवि शंकर प्रसाद ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह मंच से नहीं उतरे।

उनका कहना था कि तीन पंडाल का 71 लाख रुपये में ठेका था। आयोजकों ने अब तक 35 लाख रुपये दिए हैं। बुधवार रात को आयोजकों ने हाथ खड़े कर दिए। ऐसे में उनके सामने और कोई विकल्प नहीं बचा है। दोपहर 12 बजे डीएम रमेश रंजन और एसएसपी सौरभ दीक्षित पंडाल में पहुंचे।

उन्होंने टेंट कारोबारी को बकाए का भुगतान जल्द कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद मामला शांत हुआ। दोपहर 1.30 बजे से कथा शुरू हुई।

डीएम रमेश रंजन ने बताया कि आयोजक शुरू से ही व्यवस्थाएं करने में अक्षम साबित हुए हैं। प्रशासन ने भुगतान का भरोसा दिलाया है। आयोजन चल रहा है, हजारों श्रद्धालु पंडाल में डटे हुए हैं। प्रशासन व्यवस्था कराएगा।

मुख्य आयोजक का मोबाइल बंद, सदस्य बोले आरोप गलत

कथा के मुख्य आयोजक शुभम गुप्ता का मोबाइल दोपहर बाद से बंद हो गया। वहीं समिति के सदस्य अजय गुप्ता का कहना है कि टेंट कारोबारी से जो तय था, उससे कम क्षेत्रफल में पंडाल बनाए गए हैं। अब तक उसे 40 लाख रुपये का भुगतान कर दिया है। कुछ लोगों द्वारा समिति के पदाधिकारियों को बदनाम किया जा रहा है।

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