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अतुल सुभाष की मौत के बाद आयशा की दर्दनाक कहानी की हो रही चर्चा, जानें

अतुल सुभाष सुसाइड केस पर पूरे देश में चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर कई ट्रेंड देखने को मिल रहे हैं. कुछ ट्रेंड्स में अतुल सुभाष को न्याय दिलाने की बात की जा रही है, तो कुछ में सिस्टम को सुधारने की मांग उठ रही है.

34 साल के अतुल सुभाष बेंगलुरु की एक कंपनी में AI इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे अतुल सुभाष मोदी ने आत्महत्या कर ली. सुसाइड से पहले उन्होंने करीब 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो बनाया और 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा. इसमें उन्होंने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके परिवार को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है. सोशल मीडिया पर #JusticeForAtulSubhash और #MenToo जैसे ट्रेंड करने लगा. इस हैशटैग के जरिए लोग अपनी राय जाहिर कर रहे हैं.

इस बीच, सोशल मीडिया पर कुछ लोग साल 2021 में हुए आयशा सुसाइड केस को भी याद कर रहे हैं. 25 फरवरी 2021 को आयशा ने नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. सुसाइड से पहले उसने एक वीडियो बनाकर अपने पति आरिफ को भेजा था, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ.

कुछ ऐसे याद किया आयशा सुसाइड केस

अब सवाल उठता है कि आयशा केस को अतुल सुभाष मामले से क्यों जोड़ा जा रहा है. आइए जानते हैं कि आयशा केस में क्या हुआ था और क्यों यह मामला अब फिर से चर्चा में है.

आयशा ने 25 फरवरी 2021 को साबरमती नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. सुसाइड से पहले उसने एक वीडियो बनाकर अपने पति आरिफ को भेजा, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ.

आयशा मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली थी और अहमदाबाद के वातवा इलाके में रह रही थी. नदी में छलांग लगाने से पहले उसने कहा था, ‘मैं दुआ करती हूं कि यह प्यारी नदी मुझे अपने प्रवाह के साथ गले लगा ले.

आयशा की मौत के बाद यह सामने आया कि यह मामला दहेज उत्पीड़न का था. आयशा की शादी 2018 में राजस्थान के आरिफ से हुई थी, लेकिन शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था.

गुजरात के अहमदाबाद सेशंस कोर्ट ने आयशा आत्महत्या मामले में पति आरिफ को 10 साल की सजा सुनाई थी.

अतुल सुभाष केस केस के बहाने लोगों को याद आई आयशा की कहानी?

सोशल मीडिया पर अतुल सुभाष और आयशा केस को इसलिए जोड़ा जा रहा है क्योंकि दोनों ही मामलों में आत्महत्या करने से पहले वीडियो संदेश छोड़े गए थे. आयशा ने 2021 में साबरमती नदी में कूदकर जान दी थी और अपने पति पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया था. वहीं, अतुल सुभाष ने भी अपनी पत्नी और उसके परिवार पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की. इन दोनों मामलों में पीड़ितों की भावनाओं और सामाजिक मुद्दों ने गहरी छाप छोड़ी, जिससे इन्हें एक साथ जोड़ा जा रहा है.

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