नोएडा में लूटपाट की घटना का खुलासा, मुठभेड़ के बाद चार बदमाश गिरफ्तार; अस्पताल में भर्ती
नोएडा में बदमाशों के हौसले एक बार फिर बुलंद हो गए हैं। पहले एक डिलीवरी बॉय से ई-रिक्शा लूटने के बाद, अब उन्होंने एक परिवार को बंधक बना कर लूट की वारदात को अंजाम दिया है। ये दोनों घटनाएं शहर में बढ़ते अपराधों की ओर इशारा कर रही हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है, जहां चार बदमाशों को पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया है। यह मुठभेड़ रविवार (29 दिसंबर) को सेक्टर-20 थाना क्षेत्र में हुई। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से लाखों रुपये और अवैध हथियार बरामद किए हैं।
मुठभेड़ में चार बदमाश हुए घायल
पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश सेक्टर-30 में लूट की घटना को अंजाम देकर डीएनडी की तरफ आ रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने डीएलएफ तिराहे पर चेकिंग शुरू की। जैसे ही बदमाशों ने पुलिस को देखा, वे अंधेरे में भागने लगे और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में सभी बदमाश घायल हो गए।
अवैध हथियार और लूट का सामान बरामद
गिरफ्तार किए गए बदमाशों के पास से चार अवैध तमंचे, पांच जिंदा कारतूस, और छह खोखे बरामद किए गए हैं। पुलिस को बदमाशों के पास से 2 लाख 5 हजार रुपये और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड भी मिले हैं।
बिहार के चार बदमाश गिरफ्तार
पुलिस ने बदमाशों की पहचान की है: अनस (20), शाहनवाज (22), समीर (19), और एजाज आलम (20)। सभी बिहार के अररिया और सुपौल जिले के निवासी हैं और सेक्टर-15 नयाबांस, जेजे कॉलोनी सेक्टर-16 और न्यू अशोक नगर दिल्ली में रह रहे थे। ये इन इलाकों में किराए के मकान में रहते थे। इन बदमाशों के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
22 पुलिसकर्मियों की टीम ने किया ऑपरेशन
पुलिस जांच में सामने आया है कि ये बदमाश एक खास तरह की योजना बनाकर आए थे। उन्होंने एक ई-रिक्शा चुराया जो सामान पहुंचाने वाली कंपनियों का इस्तेमाल होता है। इस ई-रिक्शा में दो बदमाश आगे बैठे थे और दो पीछे डिग्गी में छिपे हुए थे। इस तरह वे आसानी से घटनास्थल पर पहुंच गए। हथियार के बल पर उन्होंने घर में घुसकर लूटपाट की। लूटपाट के बाद एक बदमाश ई-रिक्शा लेकर भाग गया और बाकी तीनों ने कारोबारी परिवार को बंधक बनाकर उनकी कार से फरार हो गए।
यह ऑपरेशन थाना सेक्टर-20 नोएडा के प्रभारी निरीक्षक धर्मप्रकाश शुक्ल की अगुवाई में किया गया, जिसमें 22 पुलिसकर्मियों की टीम शामिल थी। टीम के अन्य सदस्य उप निरीक्षक कैलाश नाथ, सत्यवीर सिंह, हेड कांस्टेबल आदिल, फिरोज, और अन्य पुलिसकर्मियों ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई। वहीं, घायल बदमाशों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है, और पुरी घटना को लेकर पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है।