नाबालिग ड्राइवर को ट्रैक्टर से कुचला, खेत में ही शव के 17 टुकड़े किए; क्यों हैवान बना मालिक?
बहराइच: जिले में एक नाबालिग की खौफनाक हत्या का मामला सामने आया है। यहां 15 वर्षीय दलित लड़के को ट्रैक्टर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद सुबूत मिटाने के लिए उसके शव को ट्रैक्टर से कई बार रौंदा गया और उसे पीस दिया गया। फिलहाल पुलिस ने मृतक के कपड़े, जूते और उसकी हड्डियों के 17 टुकड़े बरामद किए हैं। वहीं इस मामले में दो आरोपियों को सोमवार की सुबह को गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि नाबालिग कई दिनों से लापता था, जिसके बाद उसके परिजनों ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया है।
परिजनों ने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि रिसिया थाना क्षेत्र के गायत्री नगर मोहल्ला निवासी विक्रम (15) अपने ही मोहल्ले के संजय वर्मा के यहां काम करता था। संजय वर्मा खेतों में काम करवाने का ठेका लेता है। 9 दिसंबर को विक्रम के पिता मुनीजर ने अपने बेटे के लापता होने की शिकायत पुलिस से की थी। शिकायत में कहा गया था कि विक्रम 6 दिसंबर की सुबह 11 बजे घर से काम पर निकला था, तभी से वह लापता है। शिकायत में कहा गया था कि विक्रम आखिरी बार संजय वर्मा के यहां काम पर गया था, वहां से नहीं लौटा है। जब संजय वर्मा से जब इस बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि रात करीब 9 बजे उसने विक्रम को गांव में एक टावर के पास छोड़ दिया था। तलाश के बावजूद विक्रम नहीं मिला तो पिता ने 9 दिसंबर को रिसिया थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी थी।
पूछताछ में हुआ खुलासा
एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि पुलिस की टीमों ने सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से जांच शुरू की। पूछताछ के दौरान संजय वर्मा व उसके सहयोगी लवकुश पाल ने पुलिस को गुमराह करने वाले बयान दिए। संदेह बढ़ने पर पुलिस ने उनसे सख्ती से पूछताछ की। इसके बाद संजय वर्मा ने खुलासा किया कि 6 दिसंबर की रात करीब 9 बजे जब वह किसी का खेत जोत रहा था तभी विक्रम ट्रैक्टर से गिर गया और ट्रैक्टर के पीछे लगे हार्वेस्टर से उसका शरीर कट गया।
निर्मम तरीके से शव को लगाया ठिकाने
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक संजय वर्मा ने स्वीकार किया कि खुद को बचाने के लिये घटना को छुपाने की नीयत से उसने खेत में कई किलोमीटर ट्रैक्टर चलाकर शव को रौंदकर पीस डाला और उसके टुकड़ों को खेत में गाड़ दिया। बचे हुए शरीर के जो हिस्से और कपड़े हार्वेस्टर में फंसे थे उनको चार किलोमीटर दूर एक अन्य खेत में ले जाकर पीसा गया और दफना दिया गया। जूते पास के एक तालाब में फेंक दिए गये। आरोपियों द्वारा किए गये इस खुलासे के बाद पुलिस की विभिन्न इकाइयों ने खेतों में जगह-जगह खुदाई की और तालाब में खोजबीन की गई। पुलिस ने मृत बालक द्वारा बच्चे की जैकेट, शर्ट व पैंट के टुकड़े एक खेत से जबकि उसके जूते मझौवा मुजेहना स्थित सरकारी तालाब से और शरीर की 17 हड्डियां एक अन्य खेत से बरामद कीं।
पुलिस ने कब्जे में लिए अवशेष
पुलिस ने इन सभी अवशेषों को कब्जे में ले लिया और वैज्ञानिक फॉरेंसिक जांच व डीएनए मिलान के लिये प्रयोगशाला भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तथ्यों के आधार पर विक्रम की हत्या करने और बेरहमी से साक्ष्य मिटाने के आरोप में ठेकेदार संजय वर्मा और उसके सहयोगी लवकुश पाल के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा ट्रैक्टर और रोटावेटर हार्वेस्टर को सीज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।