मां ने सिसकते हुए बताई पूरी वारदात, क्लास टीचर समेत दो गिरफ्तार; उठ रहे ये बड़े सवाल
नोएडा। नोएडा में सेक्टर 20 थाना पुलिस ने सेक्टर 27 स्थित नामी स्कूल में तीन साल सात माह की बच्ची से हुई दुष्कर्म की घटना में बृहस्पतिवार को सुरक्षा पर्यवेक्षक व क्लास टीचर को गिरफ्तार कर लिया।
एसीपी प्रथम नोएडा प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि साक्ष्य संकलन के बाद स्कूल के कार्यालय प्रशासक व सुरक्षा पर्यवेक्षक दयामय महतो व पीड़ित बच्ची की क्लास टीचर मधु मेनघानी को घटना को छुपाने का दोषी पाया गया है। उसके आधार पर कार्रवाई हुई है।
दैनिक जागरण शुरू से ही परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर कर रहा था। इससे पुलिस पर दबाव बना। आरोपित को जेल भेज कर शांत बैठ गई पुलिस ने अपनी जांच इस दिशा में बढ़ाई। उसके बाद साक्ष्यों के आधार पर सुरक्षा पर्यवेक्षक व क्लास टीचर गिरफ्तार हुई।
क्लास टीचर ने परिजन को ही ठहराया था दोषी
सात अक्टूबर को दोपहर करीब डेढ़ बजे बच्ची अपने घर पहुंची थी। पेट व अंदरूनी अंग में दर्द होने से उसने कुछ नहीं खाया। दर्द बढ़ने पर पूरी रात सो नहीं पाई। स्वजन ने आठ अक्टूबर को उसे चिकित्सक को दिखाया। जांच रिपोर्ट आने पर नौ अक्टूबर को वारदात की जानकारी हुई। क्लास टीचर ने उन्हें ही दोषी ठहराते हुए कहा कि “बच्चे ने वीडियो देखकर सीखा होगा, सभी बच्चे हमारी निगरानी में रहते हैं।” टीचर के रवैये से नाराज स्वजन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
जो मेरी बच्ची संग हुआ अन्य से न हो, सभी स्कूल लें प्रण
वारदात के बारे में बताते हुए बच्ची की मां भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि पूर्व में वह भी शिक्षिका थीं। उन्हें नहीं पता था कि सुरक्षित समझे जाने वाले नामी स्कूल में उनकी बच्ची के साथ इस तरह की घिनौनी हरकत हो जाएगी। सिसकते हुए कहा कि उनकी बेटी के साथ जो हुआ वह अन्य किसी के साथ न हो। सुरक्षा के मानक सिर्फ कागजों में नहीं पूरे होने चाहिए।
मेडिकल रूम का गेट कैसे खुला?
बड़ा सवाल मेडिकल रूम का गेट किसने खोला बच्ची ने परिजन को बताया है कि सात अक्टूबर को वह मेडिकल रूम में थी। आरोपित नित्यानंद खिड़की से अंदर आया और गंदी हरकत की। दरवाजे बजने पर वह खिड़की से कूदकर भाग गया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि मेडिकल रूम का गेट कैसे खुला? किसने गेट खोलकर बच्ची को बाहर निकाला? उस बच्ची किस हालत में मिली थी? परिजन का दावा है कि क्लास टीचर व सहायिका ने गेट खोला था। बच्ची अर्द्धनग्न अवस्था में मिली थी। क्लास टीचर ने घटना को छिपाया।
पुलिस ने तीन बार ड्रेस बदलवा कर कराई पहचान
पुलिस ने सतर्कता से जांच शुरू की। पुलिस ने स्कूल के नौ स्टाफ को चिह्नित किया। सभी के फोटो खींचकर बच्ची को दिखाए गए। आरोपित के तीन बार कपड़े बदलवाए। उसने तीनों बार आरोपित की पहचान की। सामने पेश करने पर उसे देख बच्ची सहम गई। डरते-डरते उसकी पहचान की। इस तरह से पुलिस आरोपित तक पहुंची।
सात घंटे खंगाले सीसीटीवी, 14 दिन का मिला बैकअप
बुधवार को स्वजन शाम सात बजे थाने पहुंचे। स्वजन ने देर रात करीब दो बजे तक सीसीटीवी फुटेज को देखा। परिजनों ने बताया कि स्कूल से दो डीवीआर मिले हैं। एक डीवीआर में एक माह और दूसरे में 14 दिन का बैकअप मिला है। उनकी बच्ची जिस की क्लास व मेडिकल रूम ग्राउंड फ्लोर है। बैकअप में एक बार बच्ची की क्लास के पास आरोपित दिखा।
19 अक्टूबर को नोटिस का जबाव देगा स्कूल
बाल कल्याण समिति पदाधिकारी की ओर से स्कूल को नोटिस भेजा जा चुका है। 19 अक्टूबर को स्कूल की ओर से नोटिस का जबाव दिया जाएगा। समिति और जिला प्रोबेशन अधिकारियों की ओर से स्कूल का निरीक्षण किया जा चुका। कई बिंदुओं पर जांच की गई।