देश में सबसे बड़ा होगा नोएडा एयरपोर्ट 10 एयरो ब्रिज होंगे स्थापित
ग्रेटर नोएडा। Noida International Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में विकसित हो रहा है। क्षेत्रफल और रनवे की संख्या में यह देश में सभी एयरपोर्ट को मात देगा। अप्रैल में एक रनवे के साथ एयरपोर्ट की शुरूआत होगी, लेकिन यात्रियों का सालाना संख्या बढ़ने के साथ रनवे की संख्या भी बढ़ती जाएगी। नोएडा एयरपोर्ट पर कुल छह रनवे बनाए जाएंगे।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 6200 हेक्टेयर है। पहले चरण में 1334 हे. में एयरपोर्ट का निर्माण हुआ है। 3900 मी लंबे व साठ मीटर चौड़े रनवे के साथ अप्रैल में इसकी शुरुआत होगी। यात्रियों की संख्या सालाना 1.20 करोड़ होने पर दूसरा रनवे शुरू होगा। दूसरे चरण में 1365 हे. में एमआरओ के साथ एक रनवे बनाया जाएगा। इसकी जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया तकरीबन पूरी हो चुकी है।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए 30 किमी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण होगा। 40 एकड़ में एमआरओ बनेगा। सभी रनवे बनने के बाद 29.50 करोड़ यात्रियों की क्षमता हो जाएगी।
देश में पांच शीर्ष एयरपोर्ट में अभी हैदराबाद का राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्षेत्रफल में सबसे ऊपर है। इसके बाद इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट नई दिल्ली, कैंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बेंगलूरू, मनोहर इंटरनेशनल एयरपोर्ट गोवा, डाबोलिम इंटरनेशनल एयरपोर्ट गोवा शामिल हैं।
एयरपोर्ट | क्षेत्रफल | रनवे की लंबाई |
राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, हैदराबाद | 5500 एकड़ | 3800मी, 4260मी |
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, नई दिल्ली | 5106 एकड़ | 2816मी, 3813मी, 4430मी, 4400मी |
कैंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बेंगलूरू | 4000 एकड़ | दोनों 4000 मी |
मनोहर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, गोवा | 2132 एकड़ | 3750 मी |
डाबोलिम इंटरनेशनल एयरपोर्ट गोवा | 1700 एकड़ | 3430 मी |
नोएडा एयरपोर्ट पर होंगे 28 एयरक्राफ्ट स्टैंड
दस एयरोब्रिज और 28 स्टैंड नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने पर यात्रियों के लिए दस एयरोब्रिज होंगे। विमानों के लिए एयरक्राफ्ट स्टैंड 28 है। इनका 186 तक विस्तार किया जाएगा।
फ्यूल फार्म एयरक्राफ्ट के ईंधन के लिए हरियाणा के फरीदाबाद के पियाला से पाइप लाइन डाली गई है। इसकी लंबाई 35 किमी है। विकासकर्ता ने इसके लिए भारत पेट्रोलियम के साथ अनुबंध किया है। एयरपोर्ट परिसर में 33000 वर्गमीटर क्षमता का फ्यूल फार्म बनाया गया है।
2.5 लाख टन कार्गो क्षमता नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कार्गो का भी मुख्य केंद्र होगा। शुरुआत में एयरपोर्ट का सालाना कार्गो क्षमता 2.5 लाख टन होगी। चारों चरण पूरा होने पर इसकी कार्गो क्षमता 11.2 लाख टन होगी।
पर्यटन की बढ़ेंगी संभावनाएं
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट गौतमबुद्ध नगर के साथ मथुरा, आगरा में पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा मिलेगा। मथुरा में धार्मिक, सांस्कृतिक पर्यटन के अलावा यमुना प्राधिकरण हेरिटेज सिटी बसाने जा रहा है। आगरा को भी एयरपोर्ट से फायदा होगा। दुनिया भर से पर्यटक यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिये मथुरा-आगरा सुगमता से आ जा सकेंगे। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र (Yamuna Authority Area) में फिल्म सिटी (Noida Film city) भी पर्यटन को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।
नोएडा एयरपोर्ट के लिए कब क्या हुआ?
- 2017 साइट क्लीयरेंस 2018 में भारत सरकार से सैद्धांतिक सहमति 1334 हे. जमीन पहले चरण के लिए अधिगृहीत की गई।
- 2020 में विकासकर्ता यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. के साथ कंसेशन एग्रीमेंट हस्ताक्षर।
- 2021 में स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट 40 वर्ष के लिए एयरपोर्ट का लाइसेंस विकासकर्ता कंपनी को दिया गया।
- 2022 में एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू। 3 साल दो माह 11 दिन में एयरपोर्ट का निर्माण हुआ। दो रनवे पहले चरण में बने।
- 2024 में सालाना सात करोड़ यात्री क्षमता।
अप्रैल तक दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाएगा एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) से जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेस-वे (Link Expressway) का एलाइन्मेंट तैयार किया जा रहा है। इससे पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिले सीधे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ जाएंगे।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi Mumbai Expressway) से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए तीस किमी लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे (Green Field Expressway) अप्रैल से पहले बनकर तैयार हो जाएगा। इसका 21.5 किमी हिस्सा हरियाणा में और 8.5 किमी हिस्सा उत्तर प्रदेश में है। बल्लभगढ़ के नजदीक यह दिल्ली मंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा।
यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) पर आठ लेन इंटरचेंज का निर्माण पूरा हो चुका है। इसके जरिये एयरपोर्ट ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे एयरपोर्ट से जुड़ जाएगा। हाई स्पीड रेल, नमो भारत रेल से भी एयरपोर्ट को जोड़ने की योजना है।