उत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगर

नोएडा में बनेगा पेरिफेरल, 81 गांवों में हो रहा है सर्वे का काम

नोएडा। नोएडा में आबादी निस्तारण के साथ 30 गांवों की सीमा का निर्धारण होगा। इसके लिए हर गांव के चारों ओर एक पेरीफेरल रोड बनेगी। इस पेरीफेरल रोड के बाहर सेक्टर होंगे।

पांच-पांच गांवों का सर्वे करा रहा प्राधिकरण 

आबादी का निस्तारण वर्ष 2011 आबादी विनियमावली के तहत ली सेटेलाइट इमेज से होगा। हालांकि, वर्ष 2011 व 2024 के गांवों में सीमा डेढ़ से दो गुना तक बढ़ गई है। इसके लिए प्राधिकरण पांच-पांच गांवों का सर्वे करा रहा है।

शासन स्तर पर विचाराधीन है प्रस्ताव 

बताया गया कि सर्वे पूरा होने के साथ पेरीफेरल बनाने का काम होगा। नोएडा में सर्वाधिक समस्या आबादी निस्तारण की है। आबादी निस्तारण के लिए प्रति व्यस्क का दायरा 450 मीटर था, जिसे बढ़ाकर हाइपावर कमेटी ने अब 1,000 वर्ग मीटर प्रति व्यस्क कर दिया है। प्रस्ताव शासन स्तर पर विचाराधीन है।

इसी अनुसार, प्राधिकरण गांवों का सर्वे कर रहा है। अब तक 30 गांव चिह्नित हैं, जिनके चारों ओर पेरीफेरल बनेगी। इन गांवों का सर्वे सर्किल ने कर इसकी रिपोर्ट भूलेख विभाग को दी है।

इससे गांवों की आबादी होगी निस्तारित

नोएडा प्राधिकरण सीईओ डॉ. लोकेश एम ने बताया कि नोएडा के पुराने गांवों के चारों ओर पहले ही सेक्टर विकसित है। वहां पेरीफेरल बनाने की कोई जरूरत नहीं है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे व विकसित हो रहे नए सेक्टर के पास मौजूद गांवों में पेरीफेरल की जरूरत है, जो बनेगा। इससे गांवों की आबादी निस्तारित होगी।

वहीं, किसानों की मांग के अनुरुप गांवों का विकास भी होगा। नोएडा में 81 गांवों का सर्वे हो रहा है। इसके तहत भूलेख विभाग अधिकारी व कर्मचारी रोजाना एक्सप्रेसवे से जुड़े गांव जा रहे है। हाल ही में शाहपुर गोवर्धन व झट्टा गांव का सर्वे हुआ। नोएडा प्राधिकरण ने इसी तरह पांच गांव चिह्नित किए हैं।

विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेजी

बता दें कि किसान संगठनों की मांग पर शासन ने 21 फरवरी को उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद चेयरमैन की अध्यक्षता में मंडलायुक्त मेरठ व जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर की समिति गठित की थी। इस समिति की ओर से 27 अगस्त को अपनी विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेजी। समिति की आख्या/अनुशंसाओं के क्रियान्वयन को शासन ने एक दिसंबर को समिति गठित की है।

समिति ने किसानों की समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में मुख्य कार्यपालक अधिकारी की ओर से भूलेख विभाग, वर्क सर्किल व नियोजन विभाग को गांवों का सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में आबादी व पेरीफेरल के संबंध में सर्वे हो रहा है।

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