फर्जी रेप केस में चचेरे भाई को फंसाने वाली युवती और उसके साथी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
गाजियाबाद के थाना मसूरी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवती ने अपने चचेरे भाई को फर्जी रेप केस में फंसाने की साजिश रची. इस घटना ने न केवल पुलिस को परेशान किया, बल्कि समाज में भी एक गंभीर सवाल उठाया है.
साजिश का कारण
युवती ने अपने चचेरे भाई के खिलाफ झूठा आरोप लगाने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि वह आपसी विवाद के चलते मोटी रकम ऐंठना चाहती थी. यह एक गंभीर अपराध है, जो न केवल निर्दोष व्यक्ति की जिंदगी को प्रभावित करता है, बल्कि समाज में न्याय प्रणाली पर भी सवाल उठाता है.
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस को इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली थी. जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो पाया गया कि युवती ने पहले भी अपने चाचा और चचेरे भाई के खिलाफ मारपीट की शिकायत की थी. इसके बाद, उसने अपने भाई पर रेप का आरोप लगाया. पुलिस ने युवती के मोबाइल फोन की जांच की, जिसमें कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं. 28 नवंबर को पहले से ही शिकायत दर्ज कराई गई थी, और 3 दिसंबर को एक व्यक्ति ने रेप की घटना की जानकारी देते हुए युवती को मैसेज भेजा था. युवती के फोन से एक वीडियो भी मिला, जिसमें उसने अपने साथ हुई दुष्कर्म की घटना की जानकारी दी थी. यह वीडियो 8 दिसंबर को बनाया गया था, जबकि आरोप 2 से 3 बजे के बीच की घटना का बताया गया
वहीं इस मामले में फंसाए जा रहे शकील पुत्र सुलेमान निवासी ग्राम कुशलिया थाना मसूरी गाजियाबाद द्वारा मुस्कान के खिलाफ अपने बेटे शोएब को फर्जी रेप केस में गलत फंसाए जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद जांच में मिले तथ्यों के आधार पर थाना मसूरी द्वारा झूठे रेप के मुकदमे में फंसाने मुस्कान और सरताज के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार मुस्कान और उसके साथी ने पुलिस को बताया बताया कि आपसी विवाद के बाद चचेरे भाई शोएब को फर्जी रेप के मुकदमे में फंसा कर मोटी ऐंठने के लिए उसके द्वारा फर्जी शिकायत दी गई थी.