राष्ट्रपति ने अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाया, प्रोफेसर एसके द्विवेदी को दिया चार्ज
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो. नील मणि प्रसाद (एनएमपी) वर्मा को भी पद से हटा दिया गया है। गौरतलब है कि वह इसी माह सेवानिवृत्त हो रहे हैं। विश्वविद्यालय के ही प्रो. शिव कुमार द्विवेदी को नियमित कुलपति की नियुक्ति न होने तक कार्यवाहक कुलपति की जिम्मेदारी दी गई है।
बीबीएयू बीते छह माह से भी अधिक समय से प्रशासनिक अंर्तकलह से जूझ रहा है। इसकी वजह से छात्र-छात्राओं से लेकर प्रशासनिक स्तर तक के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। कार्यवाहक कुलपति प्रो. एनएमपी वर्मा अपने निर्णयों को लेकर चर्चा में थे। जिसमें कुलसचिव के निलंबन से लेकर अन्य फैसले शामिल रहे हैं। इसके चलते उनकी किरकिरी भी हो रही थी।
शिक्षा मंत्रालय के सचिव प्रवीर सिंह ने पत्र जारी करते हुए जानकारी दी कि भारत की राष्ट्रपति ने विवि की विजिटर होने की हैसियत से पर्यावरण विभाग के प्रो. एसके द्विवेदी को कार्यवाहक कुलपति पद पर नियुक्ति करने के प्रस्ताव को मंजूरी देती हैं। यह आदेश नियमित कुलपति की नियुक्ति होने अथवा उनकी सेवानिवृत्ति 31 अगस्त 2025 तक प्रभावी रहेगा। मंत्रालय ने प्रो. द्विवेदी के चार्ज लिए जाने संबंधी जानकारी उसे भेजे जाने के निर्देश दिए हैं।
मार्च में मांगे गए थे नियमित कुलपति के लिए आवेदन
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की लचर कार्यशैली के चलते बीबीएयू लगातार अस्थिरता की ओर बढ़ रहा है। जो यहां की शिक्षा व्यवस्था पर बट्टा लगा रहा है। हैरत की बात यह कि विवि में नियमित कुलपति की नियुक्ति के लिए मंत्रायलय की ओर 12 मार्च को विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगे गए थे इसकी अंतिम तिथि 14 अप्रैल थी। करीब आठ महीने बीतने को हैं और अब विवि में नियमित कुलपति की तैनाती नहीं हो पाई है।