RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की
रिजर्व बैंक के वर्तमान शक्तिकांत दास का कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है. इसके बाद नए गवर्नर को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. शनिवार शाम को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से शक्तिकांत दास के मिलने के कारण यह चर्चा हो रही है कि वर्तमान गवर्नर को ही सेवा विस्तार मिल सकता है. अगर ऐसा होता है तो शक्तिकांत दास बेनेगल रामा राव के बाद सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले आरबीआई गवर्नर बन जाएंगे, जिन्होंने 1949 से 1957 तक साढ़े सात साल तक इस पद पर कार्य किया था.
वित्त मंत्री के साथ आधे घंटे तक चली बैठक
नॉर्थ ब्लॉक में शक्तिकांत दास की यह मुलाकात मौद्रिक नीति बैठक के एक दिन बाद हुई है. दास और सीतारमण के बीच करीब आधे घंटे तक बैठक चली. शक्तिदास दास छह साल से रिजर्व बैंक के गवर्नर हैं. 10 दिसंबर के बाद कोई संभावित विस्तार, चाहे वह हो या नहीं, अभी तक इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर हैं शक्तिकांत दास
शक्तिकांत दास ने 12 दिसंबर, 2018 को 25वें गवर्नर के रूप में पदभार संभाला था, उनका कार्यकाल 2021 में बढ़ा दिया गया था. इससे पहले वे 15वें वित्त आयोग के सदस्य थे और भारत के जी20 शेरपा के रूप में कार्य कर चुके हैं. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे शक्तिकांत दास ने वित्त, कर प्रशासन, उद्योग और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकारों में प्रमुख पदों पर काम किया है. वित्त मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान आठ केंद्रीय बजटों को तैयार करने में उनकी भूमिका रही है.
गवर्नर बनने पर उठे थे सवाल
शक्तिकांत दास को रिजर्व बैंक का गवर्नर बनाए जाने पर सवाल भी उठे थे. इसमें कहा गया था कि उनकी अकादमिक पृष्ठभूमि अर्थशास्त्र से नहीं जुड़ी हुई है. वह दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर हैं. अगर उन्हें सेवा विस्तार मिलता है तो यह उनका तीसरा कार्यकाल होगा. अभी तक उनके उत्तराधिकारी का नाम सामने नहीं आया है, इसलिए लगता है कि सेवा विस्तार मिलने की संभावना में दम है.