तबला वादक जाकिर हुसैन का निधन, अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में ली अंतिम सांस
तबला वादक जाकिर हुसैन का सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया. सोमवार को उनके परिवार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में इसकी पुष्टि की गई. महान तबला वादक अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जिसे दुनिया भर के असंख्य संगीत प्रेमी संजोकर रखते हैं और उसका सम्मान करते हैं, जिसका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों पर भी दिखाई देगा.
जाकिर हुसैन को हृदय संबंधी समस्याओं के बाद अमेरिकी शहर सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. हुसैन की प्रबंधक निर्मला बचानी ने बताया कि अमेरिका में रह रहे 73 वर्षीय संगीतकार को रक्तचाप की समस्या थी. बचानी ने कहा, ‘हुसैन हृदय संबंधी समस्या के कारण पिछले दो सप्ताह से सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती थे.’
महान तबला वादक अल्लाह रक्खा के सबसे बड़े बेटे जाकिर हुसैन ने अपने पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए भारत और दुनिया भर में एक अलग पहचान बनाई है. हुसैन ने अपने करियर में पांच ग्रैमी पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें से तीन इस साल की शुरुआत में 66वें ग्रैमी पुरस्कार में मिले थे. भारत के सबसे प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकारों में से एक हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.