कानपुर के मदरसे में मिला बच्चे का कंकाल, 4 साल पहले लगा था ताला; क्या भूख-प्यास से चली गई मासूम की जान?
कानपुर: जिले के जाजमऊ थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुधवार को एक मदरसे में बच्चे का कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाकर कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
कोविड काल में बंद हो गया था मदरसाः जानकारी के मुताबिक, बेकनगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले शब्बीर अहमद का जाजमऊ थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक मकान स्थित है. जहां पर उनके दामाद परवेज अख्तर कुछ साल पहले मदरसा चलाते थे. कोविड काल के दौरान यानी करीब 4 साल पहले यह मदरसा बंद कर दिया गया था. वहीं, परवेज अख्तर की भी कैंसर से 2 साल पहले मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि इसके बाद से इस मदरसे में किसी का भी आना जाना नहीं था.
ताला टूटने पर दिखा कंकालः बुधवार की दोपहर को स्थानीय लोगों ने परवेज के बेटे हमजा को बताया कि मदरसे का ताला टूटा हुआ है. इसके बाद हमजा मौके पर पहुंचा और गेट खोल कर देखा तो उसके होश उड़ गए. मदरसे के अंदर एक बच्चे का कंकाल पड़ा हुआ था. कंकाल मिलने की सूचना के बाद से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही एडीसीपी पूर्वी राजेश कुमार श्रीवास्तव पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में फॉरेंसिक टीम की मदद से घटना स्थल से साक्ष्य जुटाकर कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
अभी तक नहीं हो सकी पहचानः जाजमऊ थाना प्रभारी अजय मिश्रा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची थी. जो कंकाल मिला है, उसने हाफ पैंट और शर्ट पहन रखी थी, बाकी शव पूरी तरह से डिस्पोज हो चुका है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बच्चे की उम्र कितनी है और उसकी मौत कैसे हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आने के बाद ही सही कारण का पता चल सकेगा. फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है.
डीएनए और पीएम रिपोर्ट के बाद पता चल पाएगा कौन थाः एडीसीपी पूर्वी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जाजमऊ थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित एक मदरसे में कंकाल मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी. जानकारी मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची थी. पुलिस ने फोरेंसिक टीम की मदद से घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए है. कंकाल के पोस्टमार्टम के साथ उसकी डीएनए जांच भी कराई जाएगी. पुलिस द्वारा इस पूरे मामले की गहनता से जांच भी की जाएगी कि आखिर कंकाल यहां पर कैसे आया. वहीं, मदरसे के बोर्ड पर लिखी 20 मई 2023 की तारीख पर कहा कि उसकी भी फोटोग्राफी करा ली गई है. इस बात की भी गहनता से जांच की जाएगी. पुलिस और फोरेंसिक टीम के द्वारा घटनास्थल की वीडियोग्राफी की गई है. टीमों द्वारा हर चीज की बड़ी बारीकी से जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि मदरसे का रजिस्ट्रेशन नहीं है. कंकाल किसका है यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा.