खुर्जा में बेटियों से छेड़छाड़ की घटना से परेशान होकर एक परिवार पलायन करने को मजबूर
अरनिया थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी परिवार बेटियों से छेड़छाड़ की घटना से परेशान होकर पलायन करने को मजबूर है। इसमें पीड़ित ग्रामीण ने एसडीएम से शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई और पलायन करने की मजबूरी बताई। कुछ दिनों पहले ग्रामीण की एक बेटी को दूसरे धर्म का एक युवक भगाकर ले गया था। वहीं, शिकायत के बाद पुलिस ने गांव में गश्त शुरू कर दी है।
पीड़ित ग्रामीण ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि कुछ दिन पहले उनकी बेटी को मुस्लिम धर्म का युवक कुछ दिनों पहले बहला-फुसलाकर भगा ले गया था। आरोप है कि थाने में तैनात एक उपनिरीक्षक ने लड़के पक्ष का साथ दिया और उनकी बेटी को लड़के पक्ष के साथ भिजवा दिया। लड़के पक्ष के सामने ही उनका घर है। आरोप है कि आए दिन युवक उनके घर की तरफ छीटाकशी करते रहते हैं। घर में पीड़ित की और भी बेटी रहती हैं।
पीड़ित ने बताया कि उनकी तरफ भी गांव के कुछ लोग गलत नीयत से देखते हैं और टिप्पणी करते रहते हैं। इस कारण से उन्होंने घर से निकलना भी बंद कर दिया है। भविष्य की चिंता करते हुए पीड़ित परिवार गांव से पलायन करने के लिए मजबूर हैं। रविवार को वह पीड़ित परिवार के गांव छोड़कर जा रहा था, लेकिन पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिन्होंने दो दिन में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिस पर वह घर वापस लौट गए। पीड़ित का कहना है कि उसे दो दिन में न्याय नहीं मिला तो वह गांव छोड़ने के लिए मजबूर होंगे।
पीड़ित ग्रामीण का कहना है कि उन्होंने करीब 15 दिन पहले युवती के लापता होने की शिकायत दी थी। इसमें पुलिस ने दो दिन पहले ही युवती को बरामद किया। इसके बाद पुलिस ने खुद ही युवती के बयान दर्ज कर लिए थे। परिवार को उससे मिलने नहीं दिया था। ऐसे में कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया की बयान क्या दिए गए।
सीओ खुर्जा भास्कर मिश्रा ने बताया कि लड़की ने न्यायालय में बयान दिए थे। उसी के आधार पर कार्रवाई की है। अब पुलिस परिवार को सारी सुरक्षा नहीं दे सकती है। ग्रामीणों का आपसी का मामला है, पुलिस किसी का मुंह नहीं बंद करा सकती।