उत्तर प्रदेश

ताज महल के बारे में क्या सोचते थे रतन टाटा? विजिटर बुक के नोट में लिखी दी थी बड़ी बात

आगरा। एक सितंबर 2013, ताज में जब उद्योग जगत का बेताज बादशाह पहुंचा तो ताज की खूबसूरती देख अभिभूत हो गया। अपने मेक्सिकन मित्र के साथ ताज का दीदार करने के बाद रतन टाटा ने लिखा कि ताजमहल वास्तुकला की महान कृति है। ऐसा न पहले कुछ बना है और न कभी बन पाएगा।

ताज की याद सहेजने के लिए उन्होंने डायना बेंच पर बैठकर तस्वीर भी खिंचवाई। 45 मिनट तक ताजमहल में रहने के बाद रतन टाटा अपने ग्रुप के होटल ताज व्यू भी पहुंचे थे। इससे पहले भी टाटा एक बार पहले आगरा आए थे।

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