उत्तर प्रदेश

महिला ने फर्जी एसआईटी अधिकारी बनकर शिक्षा विभाग के बाबुओं से लगाया चूना, 1.40 लाख रुपये ठगे

आगरा। फर्जी एसआईटी अधिकारी बनकर महिला ने शिक्षा विभाग के दो बाबुओं से करीब एक लाख 40 हजार रुपये ठग लिए। महिला ने जिला और मंडल कार्यालय के एक-एक क्लर्क से स्कूल की मान्यता कराने के नाम पर पहले अंजान बनकर जानकारी जुटाई। इसके बाद उनसे की बातों की रिकॉर्डिंग कर ली।
इसके बाद तीन आदमियों के साथ आ दोनों कर्मचारियों पर रिश्वत मांगने के आरोप लगा दिए। दोनों कार्यालय के अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की, जिससे दबाव में आए दोनों कर्मचारियों से करीब एक लाख 40 हज़ार रुपये ठग लिए। मामला तीन-चार दिन पुराना बताया जा रहा है। मामले मे कोई शिकायत नहीं की गई है।

नए स्कूल की मान्यता के लिए मांगी थी प्रक्रिया और जानकारी

विभाग में चर्चा है कि एक अच्छे परिवार की दिखने वाली महिला पचकुइयां जीआईसी स्थित जिला विद्यालय निरीक्षण और शिक्षा भवन स्थित संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पहुंची और नए स्कूल की मान्यता कराने के लिए आवश्यक प्रक्रिया की जानकारी मांगी। साथ ही प्रक्रिया आसान करने के लिए विभाग में चलने वाले सुविधा शुल्क के बारे मे भी पूछ लिया।

दोनों कर्मचारियों ने महिला को दी संभावित जानकारी

महिला के प्रभाव मे आए दोनों कर्मचारियों ने उसे सम्भावित जानकारी दे दी। इसके बाद महिला करीब तीन आदमियों को लेकर कार्यालय पहुंचीं और खुद को एसआईटी अधिकारी बताते हुए रिश्वत लेने के आरोप लगाते हुए दोनों कार्यालय के अधिकारियों को रिकॉर्डिंग सुनाई। अधिकारियों ने दोनों कर्मचारियों से बुलाकर पूछताछ की तो रिकॉर्डिंग होने की बात सुनकर दोनों दबाव में आ गए। इसके बाद महिला ने समझौते के नाम पर जिला विद्यालय निरीक्षण कार्यालय के बाबू से 80 हजार और जेडी कार्यालय के बाबू से 40 हजार रुपये ठग लिए।

दोनों कर्मचारियों ने पुलिस से नहीं की शिकायत

दबाव मे आए दोनों कर्मचारियों ने डर से न पुलिस मे कोई शिकायत की, न कहीं और लेकिन विभाग मे चर्चा है कि महिला के प्रभाव मे आकर न कर्मचारी और अधिकारी ही मामले की पुलिस से पुष्टि कर पाए।

जेडी की गिरफ्तारी के बाद है खाैफ का नजारा

जेडी की गिरफ्तारी के बाद से है खौफ इस मामले न अधिकारी कुछ बोल रहे हैं, न कर्मचारी। कुछ खौफ पिछले दिनों विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार हुए पूर्व जेडी को लेकर भी था। यही कारण है कि सभी ने मामले पर चुप्पी साध ली है।

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