3% की कमीशन के लिए करते थे काम
साइबर क्राइम थाना के इंस्पेक्टर रविकांत ने बताया चारों आरोपितों को ग्रेटर नोएडा से पकड़ा है। आरोपितों को एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। इनके खाते का प्रयोग ठगी की रकम के लिए किया जाता। इन्हें तीन प्रतिशत कमीशन मिलता था।
साइबर ठगों ने एआई तकनीक का किया उपयोग
इस केस में साइबर ठगों ने एआई तकनीक का प्रयोग किया। उन्होंने एसई के बेटे की रोते हुए की आवाज भी सुनाई। जिससे एसई धोखे में आ गए। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता लगा कि जिस नंबर से कॉल की गई है। उसमें पाकिस्तान का कोड है। ऐसे में इस ठगी के तार पाकिस्तान से जुड़ने पर पुलिस और गंभीर हो गई।
इस तरह से हुई थी ठगी
मूल रूप से पानीपत के गांव आसन खुर्द निवासी रामकुमार का एक बेटा पटियाला में बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से वॉट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले ने कथा कि वह पटियाला थाना से बोल रहा है। आपके लड़के व उसके दोस्तों को एक युवती से दुष्कर्म के केस में पकड़ा गया है। यदि उसे सजा से बचाना चाहते हो, तो एक लाख रुपये देने पड़ेंगे।
यह बात सुनकर वह घबरा गए। कॉल करने वाले ठग के बताए अकाउंट नंबर में गूगल पे से लगभग एक लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उनसे बेटे का मेडिकल कराने व अन्य खर्च बताकर अलग-अलग कर साढ़े पांच लाख रुपये ठगे गए थे। 28 जून को साइबर क्राइम थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था।